तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष से कहा, घूमने वाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच के अंगारों से भर कर नगर पर छितरा दे। सो वह मेरे देखते देखते उनके बीच में गया।
जब उसने सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष को घूमने वाले पहियों के भीतर करूबों के बीच में से आग लेने की आज्ञा दी, तब वह उनके बीच में जा कर एक पहिये के पास खड़ा हुआ।
तब करूबों के बीच से एक करूब ने अपना हाथ बढ़ा कर, उस आग में से जो करूबों के बीच में थी, कुछ उठा कर सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष की मुट्ठी में दे दी; और वह उसे ले कर बाहर चला गया।
चलने के समय वे अपनी चारों अलंगों के बल से चलते हैं; और चलते समय मुड़ते नहीं, वरन जिधर उनका सिर रहता है वे उधर ही उसके पीछे चलते हैं और चलते समय वे मुड़ते नहीं।
और जब जब वे करूब चलते थे तब तब वे पहिये उनके पास पास चलते थे; और जब जब करूब पृथ्वी पर से उठने के लिये अपने पंख उठाते तब तब पहिये उनके पास से नहीं मुड़ते थे।
और करूब अपने पंख उठा कर मेरे देखते देखते पृथ्वी पर से उठ कर निकल गए; और पहिये भी उनके संग संग गए, और वे सब यहोवा के भवन के पूवीं फाटक में खड़े हो गए; और इस्राएल के परमेश्वर का तेज उनके ऊपर ठहरा रहा।
और उनके मुखों का रूप वही है जो मैं ने कबार नदी के तीर पर देखा था। और उनके मुख ही क्या वरन उनकी सारी देह भी वैसी ही थी। वे सीधे अपने अपने साम्हने ही चलते थे।