मैं सभी राष्ट्रों को यरूशलेम के विरूद्ध लड़ने के लिये एक साथ लाऊँगा। वे नगर पर अधिकार करेंगे तथा घरों को नष्ट करेंगे। स्त्रियों के साथ कुकर्म होगा, और लोगों में से आधे बन्दी बनाए जाएंगे। किन्तु बाकी लोग नगर से नहीं ले जाएंगे।
उस समय, वह जैतुन के पर्वत पर खड़े होंगा। वह पहाड़ी जो यरूशलेम के पूर्व है। अंजीर का पर्वत फट पड़ेगा। पर्वत एक भाग उत्तर को जाएगा दसरा भाग दक्षिण को। एक गहरी घाटी पूर्व से पश्चिम तक उभर आएगी।
जैसे—जैसे वह पर्वतीय घाटी तुम्हारे समीप आती जाएगी, तुम भाग जाना चाहोगे। तुम उसी समय की तरह भागोगे, जैसे तुम यहूदा के राजा उज्जिय्याह के समय में भुक्मप से भागे थे। किन्तु यहोवा, मेरा परमेश्वर आएगा और उनके सभी पवित्र लोग उनके साथ होंगे।
(6-7) वह एक बहुत अधिक विशेष दिन होगा। उस दिन प्रकाश, शीत और तुषार कुछ नहीं होगा। केवल यहोवा ही जानता हैं कि यह कैसे होगा, किन्तु कोई दिन—रात नहीं होंगे। तब जब सामान्य रूप से अंधेरा आएगा, तो उस समय उजाला भी होगा।
उस समय, यरूशलेम से लगातार पानी बहेगा। वह धारा बट जाएंगी और एक भाग पूर्व को बहेगा और एक भाग पश्चिम को भूमध्य सागर तक जाएगा और यह पूरे वर्ष ग्रीष्म और शीत ऋतु दोनों में बहेगा
उस समय यरूशलेम के चारों ओर का क्षेत्र अराबा मरूभूमि की तरह सूना हो जाएगा। गेब से लेकर नेगब में रिम्मोन तक देश मरूभूमि सा हो जाएगा। किन्तु यरूशलेम का पूरा नगर फिर से, बिन्यामीन द्वार से प्रथम द्वार (अर्थात् कोने का द्वार) और हननेल की मीनार से राजा के दाखमधु निष्कासक तक बनेगा।
किन्तु यहोवा उन राष्ट्रों को दण्ड देगा जो यरूशलेम के विरूद्ध लड़े । वह उन्हें भयन्कर बीमारी लगा देगा। खड़े खड़े उनका शरीर गल जयेगा।उनकी आँखें उनके कोटर में गलेंगी।तथा उनकी जीभ उनके मुखों में गलेगी।
(13-15) वह भयंकर बीमारी शत्रुओं के डेरे में होगा और उनके घोड़ों, खच्चरों, ऊँटों और गधों को वह भयंकर बीमारी लग जाएगी। उस समय वे लोग, सचमुच, यहोवा से डरेंगे। वे एक दुसरे का गला दबायेंगे। वे एक दुसरे पर प्रहार करने के लिये हाथ उठाएंगे। यहूदा के लोग यरूशलेम में युद्ध करेंगे, किन्तु वे नगर के चारों ओर के राष्ट्रों से धन प्राप्त करेंगे। वे बहुत अधिक सोना, चाँदी, और वस्त्र प्राप्त करेंगे।
उस समय, हर एक चीज परमेश्वर का होगा। यहाँ तक कि घोड़े के कक्षबन्ध पर भी यहोवा का पवित्र नामक सूचक होगा और यहोवा के मंदिर उपयोग में आने वाली सभी बर्तन वैसे ही महत्वपूर्ण होंगे, जैसे वेदी पर उपयोग में आने वाला प्याला।
वस्तुत:, यहूदा और यरूश्लेम की हर एक तशतरी पर सर्वशक्तिमान यहोवा को पवित्र नामक सुचक होगा। और हर एक व्यक्ति जो यहोवा की उपासना करेगा, उन तश्तरियों में भोजन पकाने और भोजन करने का अधिकारी होगा। और उस समय, सर्वशक्तिमान यहोवा के मंदिर में वस्तुएं क्रय—विक्रय करने वाला कोई व्यापारी नहीं होगा।