दाऊद के समय में भूखमरी का काल आया। इस बार भूखमरी तीन वर्ष तक रही। दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की। यहोवा ने उत्तर दिया, “इस भूखमरी का कारण शाऊल और उसका हत्यार परिवार हैं। इस समय भूखमरी आई क्योंकि शाऊल ने गिबोनियों को मार डाला।”
(गिबोनी इस्राएली नहीं थे। वे ऐसे एमोरियों के समूह थे जो अभी तक जीवित छोड़ दिये गये थे। इस्राएलियों ने प्रतिज्ञा की थी कि वे गिबोनी पर चोट नहीं करेंगे। [*इस्राएलियों … नहीं करेंगे यह यहोशू के समय में हुआ था जब गिबोनी ने धोखा दिया था। पढ़े यहोशू 9:3-15] किन्तु शाऊल को इस्राएल और यहूदा के प्रति गहरा लगाव था। इसलिये उसने गिबोनियों को मारना चाहा।) राजा दाऊद ने गिबोनी को एक साथ इकट्ठा किया। उसने उनसे बातें कीं।
दाऊद ने गिबोनी से कहा, “मैं आप लोगों के लिये क्या कर सकता हूँ? इस्राएल के पापों को धोने के लिये मैं क्या कर सकता हूँ जिससे आप लोग यहोवा के लोगों को आशीर्वाद दे सकें?”
गिबोनी ने दाऊद से कहा, “शाऊल और उसके परिवार के पास इतना सोना—चाँदी नहीं है कि वे उसके बदले उसे दे सकें जो उन्होंने काम किये। किन्तु हम लोगों के पास इस्राएल के किसी व्यक्ति को भी मारने का अधिकार नहीं है।” दाऊद ने पूछा, “किन्तु मैं तुम्हारे लिये क्या कर सकता हूँ?”
शाऊल यहोवा का चुना हुआ राजा था। इसलिये उसके सात पुत्रों को हम लोगों के सामने लाया जाये। तब हम लोग उन्हें शाऊल के गिबा पर्वत पर यहोवा के सामने फाँसी चढ़ा देंगे।” राजा दाऊद ने कहा, “मैं उन पुत्रों को तुम्हें दे दूँगा।”
किन्तु राजा ने योनातन के पुत्र मपीबोशेत की रक्षा की। योनातन शाऊल का पुत्र था। दाऊद ने यहोवा के नाम पर योनातन से प्रतिज्ञा की थी। इसलिये राजा ने मपीबोशेत को उन्हें चोट नहीं पहुँचाने दिया।
किन्तु राजा ने अर्मोनी, और मपीबोशेत, [†मपीबोशेत यह मपीबोशेत नाम का दूसरा व्यक्ति है, योनातन का पुत्र नहीं।] रिस्पा और शाऊल के पुत्रों को लिया (रिस्पा अय्या की पुत्री थी)। राजा ने रिस्पा के इन दो पुत्रों और शाऊल की पुत्री मीकल के पाँचों पुत्रों को लिया। महोल नगर का निवासी बर्जिल्लै का पुत्र अद्रीएल मेराब के सभी पाँच पुत्रों का पिता था।
दाऊद ने इन सात पुत्रों को गिबोनी को दे दिया। तब गिबोनी ने इन सातों पुत्रों को यहोवा के सामने गिबा पर्वत पर फाँसी दे दी। ये सातों पुत्र एक साथ मरे। वे फसल की कटाई के पहले दिन मार डाले गए। (जौ की कटाई आरम्भ होने जा रही थी।)
अय्या की पुत्री रिस्पा ने शोक के वस्त्र लिये और उसे चट्टान पर रख दिया। वह वस्त्र फसल की कटाई आरम्भ होने से लेकर जब तक वर्षा हुई चट्टान पर पड़ा रहा। दिन में रिस्पा अपने पुत्रों के शव को आकाश के पक्षियों द्वारा स्पर्श नहीं होने देती थी। रात को रिस्पा खेतों के जानवरों को अपने पुत्रों के शवों को छूने नहीं देती थी।
तब दाऊद ने शाऊल और योनातन की अस्थियाँ याबेश गिलाद के लोगों से लीं। (याबेश के लोगों ने इन अस्थियों को बेतशान के सार्वजनिक रास्ते से चुरा ली थी। यह सार्वजनिक रास्ता बेतशान में वहाँ है जहाँ पलिश्तियों ने शाऊल और योनातन के शवों को लटकाया था। पलिश्तियों ने इन शवों को शाऊल को गिलबो में मारने के बाद लटकाया था)
उन्होंने शाऊल और उसके पुत्र योनातन की अस्थियों को बिन्यामीन के जेला स्थान में दफनाया। लोगों ने शवों को शाऊल के पिता कीश की कब्र में दफनाया। लोगों ने वह सब किया जो राजा ने आदेश दिया। तब परमेश्वर ने देश के लिये की गई उनकी प्रार्थना सुनी।
रपाई के वंश में से यिशबोबनोब एक था। यिशबोबनोब के भाले का वजन साढ़े सात पौंड था। यिशबोबनोब के पास एक नयी तलवार थी। उसने दाऊद को मार डालने की योजना बनाई।
किन्तु सरूयाह के पुत्र अबीशै ने उस पलिश्ती को मार डाला और दाऊद के जीवन को बचाया। तब दाऊद के लोगों ने दाऊद से प्रतिज्ञा की। उन्होंने उससे कहा, “तुम हम लोगों के साथ भविष्य में युद्ध करने नहीं जा सकते। यदि तुम फिर युद्ध में जाते हो और मार दिये जाते हो तो इस्राएल अपने सबसे बड़े मार्ग दर्शक को खो देगा।”
तब गोब में फिर पलिश्तियों से एक अन्य युद्ध छिड़ा। यारयोरगीम के पुत्र एलहनान ने, जो बेतलेहेम का था, गती गोल्यत [‡गती गोल्यत 1 इति. 20:5 में इस पलिश्ती को गोल्यत का भाई लह्मी कहा गया है।] को मार डाला। गोल्यत का भाला जुलाहे की छड़ के बराबर लम्बा था।
गत में फिर युद्ध आरम्भ हुआ। वहाँ एक विशाल व्यक्ति था। उस व्यक्ति के हर एक हाथ में छः छः उँगलियाँ और हर एक पैर में छः–छः अंगूठे थे। सब मिलाकर उसकी चौबीस उंगलियाँ और अंगूठे थे। यह व्यक्ति भी एक रपाईवंशी था।