यहोसादाक तब अपना घर छोड़ने के लिये विवश किया गया जब यहोवा ने यहूदा और यरूशलेम को दूर भेज दिया। वे लोग दूसरे देश में बन्दी बनाए गए थे। यहोवा ने नबूकदनेस्सर को यहूदा और यरूशलेम के लोगों को बन्दी बनाने दिया।
ये व्यक्ति पवित्र तम्बू पर गाकर सेवा करते थे। पवित्र तम्बू को मिलाप वाला तम्बू भी कहते हैं और इन लोगों ने तब तक सेवा की जब तक सुलैमान ने यरूशलेम में यहोवा का मन्दिर नहीं बनाया। उन्होंने अपने काम के लिये दिये गए नियमों का अनुसरण करते हुए सेवा की।
ये नाम उन व्यक्तियों और उनके पुत्रों के हैं जिन्होंने संगीत के द्वारा सेवा कीः कहाती लोगों के वंशज थेः गायक हेमान। हेमान, योएल का पुत्र था। योएल, शमूएल का पुत्र था।
मरारी के वंशज हेमान और असाप के सम्बघी थे। वे हेमान के बांये पक्ष के गायक समूह थे। एताव कीशी का पुत्र था। कीशी अब्दी का पुत्र था। अब्दी मल्लूक का पुत्र था।
हेमान और असाप के भाई लेवी के परिवार समूह से थे। लेवी के परिवार समूह के लोग लेविवंशी भी कहे जाते थे। लेवीय पवित्र तम्बू में काम करने रके लिये चुने जाते थे। पवित्र तम्बू परमेश्वर का घर था।
किन्तु केवल हारून के वंशजों को होमबलि की वेदी और सुगन्धि की वेदी पर सुगन्धि जलाने की अनुमति थी। हारून के वंशज परमेश्वर के घर में सर्वाधिक पवित्र तम्बू में सारा काम करते थे। वे इस्राएल के लोगों को शुद्ध करने के लिये उत्सव भी मनाते थे। [*शुद्ध … थे या “प्रायश्चित” करना। हिब्रू शब्द का अर्थ “व्यक्ति के पापों को ढकना या हटाना” था।] वे उन सब नियमों और विधियों का अनुसरण करते थे जिनके लिये मूसा ने आदेश दिया था। मूसा परमेश्वर का सेवक था।
हारून के पुत्र ये थेः एलीआज़र हारून का पुत्र था। पीनहास एलीआजर का पुत्र था। अबीशू पीनहास का पुत्र था। बुक्की अबीशू का पुत्र था। उज्जी बुक्की का पुत्र था।
ये वे स्थान हैं जहाँ हारून के वंशज रहे। वे उस भूमि पर जो उन्हें दी गई थी, अपने डेरों में रहते थे। कहाती परिवार ने उस भूमि का पहला भाग पाया जो लेवीवंश को दी गई थी।
बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों को गिबोन, गेबा अल्लेमेत, और अनातोत नगर दिये गए। उन्होंने उन सभी नगरों और उनके चारों ओर के खेतों को प्राप्त किया। कहाती परिवार को तेरह नगर दिये गए।
गेर्शोन के वंशजों के परिवार समूह ने तेरह नगर प्राप्त किये। उन्होंने उन नगरों को इस्साकर, आशेर, नप्ताली और बाशान क्षेत्र में रहने वाले मनश्शे के एक भाग से प्राप्त किये।
मरारी के वंशजों के परिवार समूह ने बारह नगर प्राप्त किये। उन्होंने उन नगरों को रूबेन, गाद, और जबूलून के परिवार समूहों से प्राप्त किया। उन्होंने नगरों को गोटे डालकर प्राप्त किया।
और इस्राएली लोगों ने, मनश्शे परिवार समूह के आधे से, आनेर और बिलाम नगरों को कहाती परिवारों को दिया। उन कहाती परिवारों ने उन नगरों के साथ खेतों को भी प्राप्त किया।
गेर्शोमी परिवार ने मनश्शे परिवार समूह के आधे से, बाशान और अश्तारोत क्षेत्रों में गोलान के नगरों को प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेत भी पाए।
(72-73) गेर्शोमी परिवार ने केदेश, दाबरात, रामोत और आनेम नगरों को आशेर परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेतों को भी प्राप्त किया।
(74-75) गेर्शोमी परिवार ने माशाल, अब्दोन, हुकोक और रहोब के नगरों को आशेर परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेतों को भी प्राप्त किया।
गेर्शोमी परिवार ने गालील में केदेश, हम्मोन और किर्यातैम नगरों को भी नप्ताली के परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेतों को भी प्राप्त किया।
लेवीवंशी लोगों में से शेष मरारी परिवार के हैं। उन्होंने जेक्रयम, कर्ता, शिम्मोन और ताबोर नगरों को जबूलून परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेत भी प्राप्त किये।
(78-79) मरारी परिवार ने मरुभूमि में बेसेर के नगरों, यहसा, कदेमोत, और मेपात को बी रूबेन के परिवार समूह से प्राप्त किया। रूबेन का परिवार समूह यरदन नदी के पूर्व की ओर यरीहो नगर के पूर्व मे रहता था। इन मरारी परिवारों ने नगर के पास के खेत भी पाये।
(80-81) मरारी परिवारों ने गिलाद में रामोत, महनैम, हेशोबोन और याजेर नगरों को गाद के परिवार समूह से प्राप्त किया। उन्होंने उन नगरों के पास के खेत भी प्राप्त कियो।